चैन से नहीं बैठूंगा... वर्कलोड से CA की मौत पर EY के चेयरमैन ने अब तोड़ी चुप्पी

Pune EY Employee Death: 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) एना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत के बाद टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर अर्न्स्ट एंड यंग (EY) कंपनी लोगों के निशाने पर आ गई. सोशल मीडिया पर लोगों ने कंपनी और कंपनी के इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमान

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Pune EY Employee Death: 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) एना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत के बाद टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर अर्न्स्ट एंड यंग (EY) कंपनी लोगों के निशाने पर आ गई. सोशल मीडिया पर लोगों ने कंपनी और कंपनी के इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को जमकर ट्रोल किया. अब इस मामले में अर्नस्ट एंड यंग इंडिया (E&Y) के चेयरपर्सन राजीव मेमानी ने सफाई दी है. और दोबारा ऐसी घटना न हो इसके लिए उपाय करने को कहा है. पढ़ें पूरा मामला.

अर्न्स्ट एंड यंग (EY) इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी ने दी सफाई अत्यधिक काम के कारण 26 साल की कर्मचारी की कथित मौत के बाद अर्न्स्ट एंड यंग (EY) इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी ने लिंक्डइन के जरिए सफाई दी है और कहा कि वे अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत से बहुत दुखी हैं. मेमोनी ने कहा 'मैंने परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है, हालांकि उनके जीवन में कोई भी अन्ना की कमी पूरी नहीं कर सकता है. मुझे वास्तव में मुझे वास्तव में इस बात का खेद है कि हम अन्ना के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके. यह हमारे कल्चर से बिल्कुल अलग है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है और आगे अब कभी नहीं होगा. मेमानी की लिखी यह पोस्ट, अब सोशल मीडिया पर लोग अपनी-अपनी राय के साथ शेयर और पोस्ट पर कमेंट कर रहे है.

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मेमानी ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे 'एक व्यवस्थित कार्यस्थल को बढ़ावा देने' के लिए प्रतिबद्ध हैं और जब तक लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक वे आराम चैन से नहीं बैठेंगे' मेमानी ने यह भी कहा कि एक पिता के रूप में वह महिला की मां की पीड़ा को समझ सकते हैं, जिन्होंने उन्हें एक दिल दहला देने वाला पत्र लिखा था. और उन्होंने कहा कि उन्होंने परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.

मां ने चेयरमैन राजीव मेमानी को लिखा था भावुक पत्र केरल की चार्टर्ड अकाउंटेंट एना सेबेस्टियन पेरायिल की मां अनीता ऑगस्टाइन ने ईवाई के चेयरमैन राजीव मेमानी के नाम लिखे पत्र में लिखा, "मैं यह पत्र एक दुखी मां के रूप में लिख रही हूं, जिसने अपने बच्चे को खो दिया है. वह 19 मार्च, 2024 को एक एग्जीक्यूटिव के रूप में ईवाई पुणे में शामिल हुईं थी, लेकिन चार महीने बाद 20 जुलाई को मेरी दुनिया उजड़ गई जब मुझे खबर मिली कि एना अब इस दुनिया में नहीं है. मेरी एना सिर्फ 26 साल की थी."

काम की बोझ की वजह से बेटी मर गई अनीता ने आगे लिखा, "काम के बोझ, नए माहौल और लंबे समय तक काम करने से उसे फिजिकल, इमोशनल और मेंटल रूप से नुकसान हुआ. कंपनी से जुड़ने के तुरंत बाद वह चिंता, अनिद्रा और तनाव का अनुभव करने लगी, लेकिन वह खुद को आगे बढ़ाती रही, यह मानते हुए कि कड़ी मेहनत से एक दिन उसे सफलता मिलेगी."

प्रेशर में लोगों ने दिया इस्तीफा एना की मां ने पत्र में खुलासा किया, "जब एना इस टीम में शामिल हुई, तो उसे बताया गया कि कई कर्मचारियों ने ज्यादा काम की वजह से इस्तीफा दे दिया है. उसके टीम मैनेजर ने उससे कहा था कि एना तुम्हें हमारे टीम के बारे में हर किसी की राय बदलनी चाहिए, लेकिन उसे एहसास नहीं था कि उसे अपनी जिंदगी देकर इसका भुगतान करना पड़ेगा."

'देर रात और वीकेंड्स पर भी करती थी काम' अनीता ने लिखा कि एना के पास कंपनी का बहुत ज्यादा काम था. अक्सर उसे आराम करने के लिए बहुत कम समय मिलता था. उसका मैनेजर अधिकतर मीटिंग को रिशेड्यूल करता था और दिन के आखिर में काम असाइन करता था, जिससे उसको देर रात तक काम करना पड़ा था और तनाव बढ़ जाता था. यहां तक कि वीकेंड्स पर भी उसे काम करना पड़ता था."

रात-रात काम सौंपते थे बॉस मृतका की मां ने कहा, "उसके मैनेजर ने एक बार उसे रात में दिया और अगली सुबह तक पूरा करने को कहा, ऐसे में वह पूरी रात काम करती रही और अगले दिन सुबह बिना आराम किए ऑफिस पहुंची." आखिर में एना की मां ने कंपनी से जिम्मेदारी लेने की अपील की. उन्होंने लिखा, "नए लोगों पर इस तरह काम का बोझ डालना, उन्हें दिन-रात काम करने के लिए मजबूर करना, यहां तक कि रविवार को भी काम देने कोई औचित्य नहीं है."

काश कोई बेटी ऐसा न झेले पत्र में लिखा है, "एना की मृत्यु को ईवाई के लिए एक वेक-अप कॉल के रूप में काम करना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि यह पत्र आप तक उस गंभीरता के साथ पहुंचेगा, जिसकी वह हकदार है. मुझे नहीं पता कि क्या कोई वास्तव में एक मां की भावनाओं को समझ सकता है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरे बच्चे का अनुभव वास्तविक परिवर्तन की ओर ले जाएगा ताकि किसी अन्य परिवार को इस दुःख से न गुजरना पड़े."

कंपनी ने क्या दिया जवाब? अनीता के लिखे पत्र के बाद कंपनी ने कहा, "जुलाई 2024 में एना सेबेस्टियन के दुखद और असामयिक निधन से हम बहुत दुखी हैं और हमारी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं. एना पुणे में ईवाई ग्लोबल की सदस्य फर्म एसआर बटलीबोई में ऑडिट टीम का हिस्सा थीं. इस दु:खद तरीके से उनके होनहार करियर का खत्म हो जाना हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है. कोई भी उपाय परिवार की ओर से अनुभव किए गए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता है."

कहां की रहने वाली थी अन्ना? अन्ना केरल के कोच्चि की रहने वाली थी. उन्होंने नवंबर 2023 में सीए की परीक्षा पास की थी. मार्च 2024 में उन्होंने ईएनवाई कंपनी में काम करना शुरू किया था. कंपनी को लिखे पत्र में मृतका की मां ने कहा कि उसके अंतिम संस्कार में कंपनी का एक भी कर्मचारी या अधिकारी शामिल नहीं हुआ.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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